तुलसी नामाष्टक पाठ करता हैं वह अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त करता हैं
यह पौधा "आयुर्वेद" के अनुसार उत्तम स्वास्थ व सर्वसुख देने वाला हैं| तुलसी भगवान् विष्णु को अति प्रिय माना जाता हैं और माँ लक्ष्मी विष्णु संग हमेशा रहतीहैं इसलिए इस पौधे का महत्व और भी बढ जाता हैं| तुलसी को आठ नाम दिए गए हैं यह आठ नाम निम्न श्लोक के रूप में कहे जाते हैं |
वृंदा,वृन्दावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी |
पुष्पसारा,नंदिनी च तुलसी,कृष्णजीवनी ||
एत नाम अष्टकं चैव स्त्रोत्र नामार्थ संयुतम |
य:पठेत तां सम्पूज्य सोभवमेघ फलं लभेत ||
वृंदा,वृदावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी,पुष्पसारा,नंदिनी,तुलसी और कृष्णजीवनी ये तुलसी के आठ प्रिय नाम हैं| जो कोई भी तुलसी की पूजा करके इस नामाष्टक का पाठ करता हैं वह अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त करता हैं|
यह पौधा "आयुर्वेद" के अनुसार उत्तम स्वास्थ व सर्वसुख देने वाला हैं| तुलसी भगवान् विष्णु को अति प्रिय माना जाता हैं और माँ लक्ष्मी विष्णु संग हमेशा रहतीहैं इसलिए इस पौधे का महत्व और भी बढ जाता हैं| तुलसी को आठ नाम दिए गए हैं यह आठ नाम निम्न श्लोक के रूप में कहे जाते हैं |
वृंदा,वृन्दावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी |
पुष्पसारा,नंदिनी च तुलसी,कृष्णजीवनी ||
एत नाम अष्टकं चैव स्त्रोत्र नामार्थ संयुतम |
य:पठेत तां सम्पूज्य सोभवमेघ फलं लभेत ||
वृंदा,वृदावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी,पुष्पसारा,नंदिनी,तुलसी और कृष्णजीवनी ये तुलसी के आठ प्रिय नाम हैं| जो कोई भी तुलसी की पूजा करके इस नामाष्टक का पाठ करता हैं वह अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त करता हैं|