ॐ सोऽहं तत्पुरुषाय विद्महे शिव गोरक्षाय धीमहि तन्नो गोरक्षःप्रचोदयात्।

विष्णुप्रिया लक्ष्मी, शिवप्रिया सती से प्रकट हुई कामेक्षा भगवती आदि शक्ति युगल मूर्ति महिमा अपार, दोनों की प्रीति अमर जाने संसार, दुहाई कामाक्षा की, आय बढ़ा व्यय घटा, दया कर माई। ऊँ नमः विष्णुप्रियाय, ऊँ नमः शिवप्रियाय, ऊँ नमः कामाक्षाय ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा
प्रार्थना
हे मां लक्ष्मी, शरण हम तुम्हारी।
पूरण करो अब माता कामना हमारी।।
धन की अधिष्ठात्री, जीवन-सुख-दात्री।
सुनो-सुनो अम्बे सत्-गुरु की पुकार।
शम्भु की पुकार, मां कामाक्षा की पुकार।।
तुम्हें विष्णु की आन, अब मत करो मान।
आशा लगाकर अम देते हैं दीप-दान।।
“ॐ नमः विष्णु-प्रियायै, ॐ नमः कामाक्षायै। ह्रीं ह्रीं ह्रीं क्रीं क्रीं क्रीं श्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।”
मोहिनी मोहिनी मैं करा मोहिनी मेरा नाम |राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्राम ||त्रिंजन बैठी नार मोहा चोंके बैठी को |स्तर बहतर जिस गली मैं जावा सौ मित्र सौ वैरी को ||वाजे मन्त्र फुरे वाचा |देखा महा मोहिनी तेरे इल्म का तमाशा ||

ब्रह्मास्त्र विद्या


ब्रह्मास्त्र महा विद्या श्रीबगला - SHREE RAM Jyotish ...
shriramjyotishsadan.com/?page_id=192
ब्रह्मास्त्र महा विद्या श्रीबगला स्तोत्र. विनियोगः- ॐ अस्य श्रीब्रह्मास्त्र-महा-विद्या-श्रीबगला-मुखी स्तोत्रस्य श्रीनारद ऋषिः, अनुष्टुप छन्दः, श्री बगला-मुखी देवता, 'ह्ल्रीं' बीजं, 'स्वाहा' शक्तिः, 'बगला-मुखि' कीलकं, मम ...
 का पहला परमाणु बम छोड़ा था अश्वत्थामा ने। आधुनिक काल में जे. रॉबर्ट ओपनहाइमर ने गीता और महाभारत का गहन अध्ययन किया। उन्होंने महाभारत में बताए गए ब्रह्मास्त्र की संहारक क्षमता पर शोध किया और अपने मिशन को नाम दिया ट्रिनिटी (त्रिदेव)।

ब्रह्मास्त्र विद्या | बगलामुखी मंत्र - Baglamukhi Mantra
https://baglamukhimantra.wordpress.com/.../ब्रह्म...
महामुनि श्री निम्बार्क ने कस्सी ब्राह्मण को इसी विद्या के प्रभाव से नीम के वृक्ष पर, सूर्यदेव का दर्शन कराया था। श्री बगलामुखी को “ब्रह्मास्त्र विद्या” के नामे से भी जाना जाता है। शत्रुओं का दमन और विघ्नों का शमन करने में विश्व में ...

:ब्रह्मास्त्र विद्या ::::::: | Astrologer Ramdeo Pandey
ramdeo123.blogspot.com/2016/07/blog-post_66.html
इन दस महाविद्याओं में शत्रु का स्तम्भन करने, शत्रु का नाश करने में बगलामुखी का नाम सबसे ऊपर है | इस देवी का दूसरा नाम पीताम्बरा भी है | इसी विद्या को ब्रह्मास्त्र विद्या कहा जाता है | यही है प्राचीन भारत का वह ब्रह्मास्त्र जो ...

पीताम्बरा शक्ति बगलामुखी (Pitambara Shakti Bagalamukhi ...
nikhilmantravigyan.org/.../पीताम्बरा-शक्ति-ब...
बगलामुखी को 'ब्रह्मास्त्र' के नाम से भी जाना जाता है। शत्रुओं पर विजय आदि के लिए बगलामुखी की उपासना से बढ़कर और कोई उपासना नहीं है। काली तारा महाविद्या षोडशी भुवनेश्‍वरी। भैरवी छिन्नमस्ता च विद्याधूमावती तथा। बगला सिद्ध विद्या च ...

ब्रह्मास्त्र विद्या माँ बगलामुखि" | Facebook
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See more of ब्रह्मास्त्र विद्या माँ बगलामुखि" by logging into Facebook. Message this Page, learn about upcoming events and more. If you don't have a ..... ब्रह्मास्त्र विद्या माँ बगलामुखि" with Aacharya Yatindra Upadhyay and 22 others. September 29 · ।। जय माता दी ।। सर्व सिद्धि ...

बगलामुखी [ब्रह्मास्त्र विद्या ]महासाधना और…
https://plus.google.com/+.../posts/1m8tY9C7Abn
ब्रह्मास्त्र स्वरूपिणी बगला का पूर्ण मंत्र ""ओउम ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्ट|नाम वाचं मुखम पदम स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ओउम स्वाहा "" होता है .. ......जिस दिन साधना प्रारंभ करे सर्वप्रथम स्नानादि से निवृत्त हो ...

Jai Mahakaal: ब्रह्मास्त्र माला मंत्र
pukhrajmewaraasind.blogspot.com/.../blog-post_404....
ब्रह्मास्त्र माला मंत्र ।। ॐ नमो भगवति चामुण्डे नरकंकगृधोलूक परिवार सहिते श्मशानप्रिये नररूधिर मांस चरू भोजन प्रिये सिद्ध विद्याधर वृन्द वन्दित चरणे ब्रह्मेश विष्णु वरूण कुबेर भैरवी भैरवप्रिये इन्द्रक्रोध विनिर्गत शरीरे ...

Maya: Divine And Human - Page 106 - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?isbn=8120823893
The origin of the goddess is that during the Krtayuga she was seen emerging at midnight from a great yellow pool (mahdpi- tahrada-; yellow is her specific colour) in the form of her vidya (mantra), the Brahmastra vidya; this vidya was able to immobilize the threefold world. Her glow was derived from Visnu; among her names 

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“ॐ नमो भगवते काम-देवाय श्रीं सर्व-जन-प्रियाय सर्व-जन-सम्मोहनाय ज्वल-ज्वल, प्रज्वल-प्रज्वल, हन-हन, वद-वद, तप-तप,सम्मोहय-सम्मोहय, सर्व-जनं मे वशं कुरु-कुरु स्वाहा।”
बंगाल की रानी करे मेहमानी मुंज बनी के कावा पद्मावती बैठ खावे मावा सत्तर सुलेमान ने हनुमान को रोट लगाया हनुमान ने राह संकट हराया तारा देवी आवे घर हात उठाके देवे वर सतगुरु ने सत्य का शब्द सुनाया सुन योगी आसन लगाया किसके आसन किसके जाप जो बोल्यो सत गुरु आप हर की पौड़ी लक्ष्मी की कौड़ी सुलेमान आवे चढ़ घोड़ी आउ आउ पद्मा वती माई करो भलाई न करे तोह गुरु गोरक्ष की दुहाई.